भारत में आयोजित हुए 15 वें हॉकी विश्वकप के सफल आयोजन के बाद अब FIH की नजर आने वाले बड़े कार्यक्रम में है. ऐसे में भारत की उम्मीदें इस विश्वकप में काफी पहले ही टूट चुकी थी. भारतीय टीम की गलतियों की खामियाजा टीम की क्वार्टरफाइनल से पहले ही उठाना पड़ा था. टीम ने अपने डिफेन्स में और पेनल्टी कार्नर में कोई दमदार प्रदर्शन नहीं किया था जिससे टीम को हार का सामना करना पड़ा था. बता दें भारतीय टीम ने इस बार जो प्रदर्शन किया इससे कोई भी खिलाड़ी खुश नहीं है. इसके चलते भारतीय टीम के कोच ग्राहम रीड ने भी अपना इस्तीफा हॉकी इंडिया को सौंप दिया है.
15 वें हॉकी विश्वकप का समापन, 2026 में होगा अगला आयोजन
साथ ही अन्य दिग्गज खिलाड़ियों ने टीम को सुझाव दिया है कि उन्हें आत्ममंथन करने की जरूरत है जिसके चलते वह अपने प्रदर्शन पर फोकस कर सके और आगामी बड़े टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर सके.
वहीं बात करें इस आयोजन कि तो भारत ने लगातार दूसरी बार शानदार विश्वकप का आयोजन किया है. उड़ीसा सरकार ने इस बार भी विश्वकप के आयोजन में कोई कसर नहीं छोड़ी है जिससे की भारतीय टीम या हॉकी इंडिया को किसी भी प्रकार से असंतोष हो सके. वहीं उड़ीसा सरकार ने दूसरी बार सफल आयोजन कर सिद्ध किया है कि भारत किसी भी बड़े आयोजन के लिए हमेशा तैयार है. वहीं इस बार विश्वकप का आयोजन दो जगहों पर किया गया था. जिसमें एक तो भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम का स्थान था. वहीं दूसरा स्थान राउरकेला के नवनिर्मित बिरसा मुंडा स्टेडियम का स्थान था. जिसे मात्र 15 महीनों में बनाकर तैयार किया गया था. इस बड़े स्टेडियम एम् खिलाड़ियों के लिए सभी सुविधाएं मौजूद है.
इसी के साथ बता दें कि FIH द्वारा आयोजित पुरुष विश्वकप का अगला आयोजंस आल 2026 एम् किया जाएगा. इसके लिए FIH ने बेल्जियम और नीदरलैंड को चुना है. साथ ही जानकारी के लिए बता दें कि इस वर्ल्ड कप में 44 मैच आयोजित हुए है जिसमें 249 गोल हुए है. इतना ही नहीं उड़ीसा ने एक बार सभी देशों का ध्यान अपनी ओर खींचा है. क्योंकि इतने बड़े स्तर का विश्वकप आयोजन करना हर किसी के लिए बड़ी बात होती है.