एक कहावत है कि “एक इंसान का ट्रैश किसी दूसरे के लिए खज़ाना हो सकता है।” यह बात यश दयाल के जीवन में बिल्कुल सच साबित हुई। पिछले साल, उन्हें एक बड़ी बदनामी का सामना करना पड़ा था। उनका नाम उन बल्लेबाजों में शामिल था, जिन्होंने एक ओवर में 29 रन गंवा दिए थे।
बल्लेबाज रिंकू सिंह ने उनके करियर को लगभग समाप्त कर दिया था। मैच के बाद उन्हें न तो खाने का सुकून मिला और न ही चैन की नींद। उनके जख्मों पर तब और नमक छिड़क दिया गया जब गुजरात टाइटंस ने उन्हें रिलीज कर दिया। यह एक गलत फैसला था, क्योंकि एक खराब प्रदर्शन किसी खिलाड़ी को पूरी तरह से खराब नहीं कर सकता।
लेकिन बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स ने यश दयाल में भरोसा जताया और उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। एक साल में कितनी बदलाव आ सकती है, यह यश दयाल की कहानी से बखूबी समझा जा सकता है।
जिन्होंने एक मैच में 29 रन लुटाए थे और टीम को हार का सामना कराया था, अब वे बेंगलुरु की टीम के लिए शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं। उनकी इकॉनॉमी रेट भी बेहतर है और वे मिडिल ऑफ और मिडिल लेग में बल्लेबाजों पर दबाव डालने में माहिर हैं।
यश दयाल आईपीएल 2024 में बेंगलुरु के लिए सबसे सफल गेंदबाज बनकर उभरे हैं। उन्होंने अब तक 12 पारियों में 8.30 की अविश्वसनीय अर्थव्यवस्था के साथ 15 विकेट झटके हैं, और हर 19वीं गेंद पर एक विकेट लेकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
यह एक प्रेरणादायक कहानी है, एक शानदार वापसी है। जब उन्हें पिछले सीज़न में गुजरात टाइटन्स ने रिलीज़ किया था, तो उनकी उम्मीदें कम थीं कि कोई टीम उन्हें फिर से मौका देगी।
लेकिन बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हमेशा मूल्यवान होते हैं, और किसी भी टीम में अपनी छाप छोड़ने की क्षमता रखते हैं। यह एक बार फिर साबित करता है कि एक खराब प्रदर्शन किसी खिलाड़ी को परिभाषित नहीं करता है।
यश दयाल ने अपनी प्रतिभा और कड़ी मेहनत से न केवल बेंगलुरु को मजबूत किया है, बल्कि युवा गेंदबाजों के लिए प्रेरणा भी बने हैं।
26 वर्षीय यश दयाल रणजी ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश के लिए खेलते हैं और उनका प्रथम श्रेणी क्रिकेट का रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है। उन्होंने 23 मार्च तक 72 विकेट लिए हैं और पिछले कुछ वर्षों से उत्तर प्रदेश के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
उनके पास प्रतिभा और क्षमता है, धीमी गेंदें डालने में माहिर हैं और आम गेंदबाजी एक्शन से हटकर गेंदबाजी करते हैं। आईपीएल में उन्होंने जो सबसे महत्वपूर्ण चीज विकसित की है वह है उनकी सटीकता। यह दो मैचों में स्पष्ट रूप से दिखाई दिया है।
यश दयाल की गेंदबाज़ी में आया सुधार और आत्मविश्वास
सटीकता: यश दयाल अपनी सटीक गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। वह लगातार एक ही लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी करते हैं, जिससे बल्लेबाजों को उनका सामना करना मुश्किल हो जाता है।
धीमी गेंदें: यश दयाल धीमी गेंदों में माहिर हैं, जो अक्सर बल्लेबाजों को धोखा देती हैं।
दबाव में प्रदर्शन: यश दयाल दबाव में भी शांत रहकर प्रदर्शन करते हैं। जब विकेट लेने की आवश्यकता होती है, तो वह आक्रामक गेंदबाजी करते हैं और बल्लेबाजों को आउट करने में सफल रहते हैं।
आत्मविश्वास: यश दयाल में खुद पर बहुत आत्मविश्वास है। वह अपनी क्षमताओं पर विश्वास करते हैं और मुश्किल परिस्थितियों में भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
यश दयाल की सफलता का श्रेय
कप्तान का समर्थन: यश दयाल को शायद एक बेहतरीन कप्तान मिला है जो उनका समर्थन करते हैं। केएल राहुल एक सकारात्मक कप्तान हैं जो अपने खिलाड़ियों पर विश्वास करते हैं और उन्हें गलतियाँ करने की छूट देते हैं।
फील्डिंग की स्वतंत्रता: डू प्लेसिस गेंदबाजों को अपनी पसंद के अनुसार फील्डिंग सेट करने की स्वतंत्रता देते हैं। इससे गेंदबाजों को अधिक आत्मविश्वास मिलता है और वे बेहतर प्रदर्शन करते हैं।
यश दयाल एक उभरते हुए सितारे हैं जिनमें भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलने की क्षमता है। उनकी प्रतिभा, कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास उन्हें सफलता की राह पर ले जाएंगे।
डू प्लेसिस की कप्तानी हमेशा सकारात्मक रहते हैं, कभी अपने खिलाड़ियों पर गुस्सा या निराश नहीं होते हैं। वे गेंदबाजों को अपनी पसंद के अनुसार फील्डिंग सेट करने की पूरी छूट देते हैं।
शायद यही कारण है कि मोहम्मद सिराज भी अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं क्योंकि डुप्लेसी गेंदबाजों को अपनी योजना के अनुसार खेलने का मौका देते हैं।