Teदिल्ली को चिन्नास्वामी मैदान में हराने के बाद बेंगलुरू ने आईपीएल 2024 प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीद बनाए रखी है। बिना कप्तान ऋषभ पंत के दिल्ली की परफॉर्मेंस थोड़ी खराब रही। उन्हें थोड़ा अनलकी भी कहा जा सकता है क्योंकि जिस तरह से जेक फ्रेजर मैक्गर्क आउट हुए वो सही नही था लेकिन इसके अलावा दिल्ली की खुद की कुछ गलतियां थीं। बेंगलुरु की बल्लेबाजी के दौरान उन्होंने पांच कैच छोड़े और अक्षर पटेल की कप्तानी में भी कुछ कमियां थीं। बेंगलुरु ने 187 रन बनाए थे, लेकिन यह कहीं ना कहीं 170 भी हो सकते थे।
लेकिन उन्होंने 17वें ओवर में एक गैंबल लिया था, जो कुलदीप यादव से गेंदबाजी करवाना था। कुलदीप यादव ने उस ओवर में 22 रन दिए, जिसमें तीन छक्के भी शामिल थे। पहले 10 ओवरों में तो पूरे तरीके से बेंगलुरु का पलड़ा भारी था, लेकिन अगले 10 ओवरों में दिल्ली के गेंदबाजों ने वापसी की। 77 रन देकर 7 विकेट लिए, लेकिन उनके बल्लेबाज इस वापसी को जीत में तब्दील नहीं कर पाए।
मैक्गर्क ने अपनी शुरुआत अच्छी की, पहली गेंद पर छक्का लगाया। लेकिन डेविड वॉर्नर की खराब बल्लेबाजी ने निराश किया। ऋषभ पंत के विकल्प में उन्हें टीम में वापस लाया गया था कि वह शायद टीम को अच्छी शुरुआत दिला सके, लेकिन वह सिर्फ एक रन बनाकर आउट हो गए।
बेंगलुरु के गेंदबाजों के दबाव सामने टूट गई दिल्ली
इसके बाद, दो युवा बल्लेबाज कुशाग्र और अभिषेक पोरेल ने खराब शॉट सिलेक्शन किया। दिल्ली की स्थिति नाजुक हो चुका थी, कुछ समय के लिए कप्तान अक्षर पटेल और शाई होप के बीच अच्छी पार्टनरशिप की, 50 से ऊपर के रनों की।
लेकिन शाई होप, लॉकी फर्ग्यूसन की एक फुल टॉस गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। उसके बाद बल्लेबाजी करने आए त्रिस्तन स्टब्स से काफी उम्मीदें थीं, क्योंकि इसीलिए उनका खेल में रखा गया था कि वह उन परिस्थितियों में आकर मैच खत्म करें।
लेकिन उन्होंने एक सुसाइड जैसा रन आउट किया, बिना कॉल के रन आउट पर दौड़ गए। दिल्ली ने जो थोड़ी बहुत वापसी की थी वह सारी खराब हो गई दो बैक टू बैक विकेट गिरने के कारण।
इसके बाद एक बार फिर अक्षर पटेल ने रसिक धर के साथ 37 रनों की पार्टनरशिप की। लेकिन लगभग मैच दिल्ली के हाथ से बाहर जा चुका था। हां, अक्षर पटेल ने जरूर कप्तानी पारी खेली, 57 रन बनाए।
लेकिन अब दिल्ली की प्लेऑफ की राह में पर जाने की उम्मीदें काफी कम हो गई हैं। ऐसा लगता है कि बेंगलुरु के साथ कुछ उनका भाग्य भी साथ दे रहा है। क्योंकि बेंगलुरु में अगर कोई टीम 187 रन बनाती है तो वह बोले कि हां यह चेस करने लायक स्कोर है। क्योंकि यहां पर आसान बल्लेबाजी की पिच होती है।
लेकिन उसके बाद भी जिस तरीके से दिल्ली ने संघर्ष किया, थोड़ा बहुत अनलकी रहे। लेकिन उनके पास कोई गेम प्लान नहीं था। गेम को डीप ले जाने का प्लान था।
लेकिन खराब शॉट सिलेक्शन अभिषेक पोरल का और कुशाग्र का गेंद की लाइन को मिस करना। शायद उसे समय एक अनुभवी बल्लेबाज को भेजना सही रहता क्योंकि सामने मोहम्मद सिराज गेंदबाजी कर रहे थे।
ऐसी कुछ खामियां थीं जो दिल्ली से हुईं और इसके कारण उनका जो मौका था वह उन्हें भुगतना पड़ा। और अब उनकी प्लेऑफ की राह बहुत मुश्किल हो गई है वह अपना अगला मैच लखनऊ के खिलाफ अरुण जेटली मैदान में खेलेंगे।